देखा, बिना नाम के तुम्हें
देखा, बिना नाम के तुम्हें देखा, बिना नाम के तुम्हें तो, सही दिखायी दीं तुम। खुद को भी इसी तरह देखा तो सही -सही देख लिया खुद को । अब, बिना किसी नाम के मिले हम जैसे कि नदी, नदी से मिलकर नदी होती है और सागर से उसकी खारी...
देखा, बिना नाम के तुम्हें देखा, बिना नाम के तुम्हें तो, सही दिखायी दीं तुम। खुद को भी इसी तरह देखा तो सही -सही देख लिया खुद को । अब, बिना किसी नाम के मिले हम जैसे कि नदी, नदी से मिलकर नदी होती है और सागर से उसकी खारी...